महिला शक्ति बनाम ओबीसी समीकरण: किसे चुनेगी भाजपा? The Palamu Guru

राष्ट्रीय अध्यक्ष की रेस में महिलाएं सबसे आगे – मोदी युग में नया प्रयोग? आखिरी समय में यह चौंकाने वाला नाम आया सबसे आगे !


नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को जुलाई 2025 में नया राष्ट्रीय अध्यक्ष मिलने की पूरी संभावना है। लंबे समय से इस पद पर चल रही अनिश्चितता अब अंतिम चरण में पहुंच गई है। खास बात यह है कि इस बार भाजपा को इतिहास में पहली बार महिला राष्ट्रीय अध्यक्ष मिल सकती है। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का नाम रेस में सबसे आगे बताया जा रहा है। हालांकि, अंतिम समय में एक ओबीसी नेता केशव प्रसाद मौर्य का नाम चौंकाने वाले तरीके से तेजी से उभरा है। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि भाजपा किस दिशा में अपना अगला संगठनात्मक नेतृत्व तय करती है।

क्यों ज़रूरी है यह चुनाव?

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव तकरीबन ढाई साल से टलता आ रहा था। मौजूदा अध्यक्ष जेपी नड्डा का कार्यकाल पहले ही विस्तार पा चुका है। सूत्रों के अनुसार, अब जबकि अधिकांश राज्यों में प्रदेश अध्यक्ष बदले जा चुके हैं और नई कार्यकारिणी का गठन भी पूरा हो चुका है, तो संगठन चुनाव का रास्ता साफ हो गया है। भाजपा नेतृत्व इस बार संगठन में बड़ा संदेश देना चाहता है, खासकर महिलाओं और सामाजिक समीकरणों के हिसाब से।

पहली महिला अध्यक्ष की ओर कदम?

इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के अनुसार, भाजपा में पहली बार किसी महिला को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए जाने की संभावना जताई जा रही है। शीर्ष पद के लिए सबसे मजबूत नाम निर्मला सीतारमण का बताया जा रहा है। सीतारमण वर्तमान में केंद्रीय वित्त मंत्री हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विश्वसनीय टीम का अभिन्न हिस्सा रही हैं। वे दक्षिण भारत से आती हैं, जो भाजपा के लिए राजनीतिक दृष्टि से एक चुनौतीपूर्ण क्षेत्र है। उन्हें अध्यक्ष बनाए जाने से पार्टी को दक्षिण भारत में मजबूती मिलने की उम्मीद की जा रही है।

सूत्रों के मुताबिक, सीतारमण ने हाल ही में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और संगठन महासचिव बी.एल. संतोष से मुलाकात की थी, जिसके बाद उनके नाम की चर्चा और तेज हो गई है। महिला आरक्षण के मुद्दे पर भी सीतारमण की उम्मीदवारी एक प्रतीकात्मक और रणनीतिक फैसला हो सकता है।

अन्य महिला चेहरों की भी चर्चा

निर्मला सीतारमण के अलावा दो और महिला नेताओं के नाम भी संभावितों की सूची में शामिल हैं:

1. डी. पुरंदेश्वरी:

आंध्र प्रदेश की पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और अनुभवी केंद्रीय मंत्री रह चुकीं डी. पुरंदेश्वरी का नाम भी इस पद के लिए गंभीरता से लिया जा रहा है। वह एन.टी. रामाराव की बेटी हैं और तेलुगू भाषी क्षेत्र में उनका अच्छा प्रभाव है। उन्होंने संसद और पार्टी दोनों में मजबूत नेतृत्व का प्रदर्शन किया है। हाल ही में हुए कई पार्टी अभियानों में भी उनकी भागीदारी उल्लेखनीय रही है।

2. वनथी श्रीनिवासन:

तमिलनाडु की कोयंबटूर दक्षिण विधानसभा सीट से विधायक वनथी श्रीनिवासन पेशे से वकील हैं और भाजपा में 1993 से सक्रिय हैं। वह महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रह चुकी हैं। उन्हें तमिलनाडु भाजपा का उभरता हुआ चेहरा माना जाता है और वह पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति की सदस्य बनने वाली पहली तमिल महिला नेता हैं। उनके पक्ष में पार्टी के दक्षिण विस्तार का एजेंडा काम कर सकता है।

केशव प्रसाद मौर्य की एंट्री से समीकरण बदले

जहां महिला अध्यक्ष को लेकर चर्चा गरम है, वहीं अंतिम समय में एक चौंकाने वाला नाम रेस में तेजी से उभरा है—उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य। ओबीसी समुदाय से आने वाले मौर्य को भाजपा का मजबूत जमीनी नेता माना जाता है। वे संघ की पसंद भी माने जाते हैं और 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को यूपी में मिली चुनौतियों के बाद संगठन में उनकी भूमिका पर विशेष चर्चा हुई थी।

मौर्य की लोकप्रियता, संगठन क्षमता और पिछड़े वर्ग में उनकी पकड़ उन्हें इस पद का संभावित दावेदार बनाती है। यह कदम भाजपा को 2027 और 2029 के चुनावों में सामाजिक संतुलन साधने में भी मदद कर सकता है।

पार्टी का मौन और संभावित संकेत

भाजपा नेतृत्व ने अब तक इस मुद्दे पर औपचारिक तौर पर कुछ नहीं कहा है, लेकिन संगठन और कोर कमेटी की हलचलों से साफ है कि फैसला अब ज्यादा दूर नहीं है। पार्टी हाईकमान के लिए यह तय करना मुश्किल होगा कि वह महिला नेतृत्व को प्राथमिकता दे या सामाजिक समीकरणों को। लेकिन इतना तय है कि नया अध्यक्ष पार्टी की आगामी रणनीति और लोकसभा चुनाव 2029 की नींव रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

नजरें अब भाजपा मुख्यालय पर टिक गई हैं। क्या भाजपा इतिहास रचेगी और पहली बार महिला को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाएगी? या फिर संगठन ओबीसी समीकरण साधने के लिए केशव मौर्य को शीर्ष पद पर बिठाएगा? फैसला जल्द सामने होगा, लेकिन इससे पहले ही अटकलों का बाज़ार गर्म है।

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