सावधान ! 15 जुलाई से 15 सितंबर तक ‘सांपों का समय’, रखें ये खास सावधानियां 🐍 | The Palamu Guru
रात के सन्नाटे में सबसे बड़ा खतरा — ज़रा सी लापरवाही बन सकती है जानलेवा |
बरसात का मौसम जहां हरियाली और ठंडक लेकर आता है, वहीं यह समय सांपों के निकलने और उनके हमलों का सबसे संवेदनशील समय भी होता है। 15 जुलाई से 15 सितंबर तक का समय "सांपों के सक्रिय होने का महीना" माना जाता है। इन दो महीनों में सांप अपने बिलों से बाहर निकलते हैं और अक्सर इंसानों व पशुओं पर हमला कर बैठते हैं।
विशेषज्ञों और ग्रामीण अनुभवों के मुताबिक, सांप शाम से लेकर अगली सुबह तक सबसे ज्यादा सक्रिय रहते हैं। यह वह समय होता है जब तापमान में गिरावट और वातावरण में नमी होती है, जो सांपों की गतिविधि के लिए अनुकूल होती है।
🌿 कहां मिलते हैं सांप?
सांपों की मौजूदगी नमी और अंधेरे वाली जगहों पर सबसे अधिक पाई जाती है।
झाड़ियाँ
जलजमाव वाले स्थान
खुले गड्ढे
खेतों और बगीचों के किनारे
घर के आसपास फेंके गए कचरे के ढेर
जल स्रोतों के पास (कुआं, तलाब, नाली आदि)
⚠️ गांव के लोगों के लिए विशेष चेतावनी:
इन दो महीनों में विशेष रूप से ग्रामीण इलाकों में खतरा बढ़ जाता है, क्योंकि घरों में नमी, खुले स्थान, बिना दरवाज़े या जाली के खिड़कियाँ-सहन आम बात होती है।
🛌 सोने से पहले क्या सावधानी रखें:
सोते समय हाथ-पैर चादर या कंबल के भीतर रखें।
बच्चे या बुजुर्ग सीधे जमीन पर न सोएं।
खाट या चारपाई पर सोना ज्यादा सुरक्षित है।
रात्रि में शौच या बाहर जाने से पहले टॉर्च या मोबाइल की लाइट जरूर जलाएं।
घर के दरवाजे, खिड़कियां ठीक से बंद रखें।
🧒 बच्चों पर रखें खास ध्यान:
बच्चे अक्सर खेलते हुए झाड़ियों, खेतों या पानी के पास चले जाते हैं। उन्हें इस मौसम में इन जगहों से दूर रखें।
रात को बच्चों को जमीन पर ना सुलाएं, और उनके पैर ढंके रहें।
📢 समुदाय स्तर पर क्या करें?
गांव में जनजागरूकता अभियान चलाएं।
सर्पदंश से बचाव और प्राथमिक उपचार की जानकारी ग्रामीणों तक पहुंचाएं।
नजदीकी स्वास्थ्य केंद्रों में एंटी-स्नेक वेनम (ASV) की उपलब्धता सुनिश्चित करें।
🚨 याद रखें:
इन दो महीनों में सांपों के हमले की घटनाएं सबसे अधिक होती हैं। कई बार यह जानलेवा भी साबित हो सकती हैं।
इसलिए, सावधानी ही सबसे बड़ा बचाव है।
The Palamu Guru आपसे अपील करता है — खुद भी सतर्क रहें, और दूसरों को भी सतर्क करें।
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