जनता के पैसे से समझौता नहीं ! लोक लेखा समिति की सख्ती, अस्पताल में अनियमितताओं पर जताई कड़ी नाराजगी | The Palamu Guru
लोक लेखा समिति की बैठक में योजनाओं की समीक्षा, एमएमसीएच निरीक्षण में अनियमितता उजागर |
पलामू/मेदिनीनगर : झारखंड विधानसभा की लोक लेखा समिति की अहम बैठक रविवार को डाल्टनगंज स्थित परिसदन भवन में संपन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता समिति के सभापति सह बरीही विधायक मनोज कुमार यादव ने की। इस दौरान डाल्टनगंज विधायक आलोक कुमार चौरसिया और मनोहरपुर विधायक जगत मांझी सहित समिति के अन्य सदस्य उपस्थित रहे। बैठक में जिले के सभी प्रमुख विभागों की योजनाओं की समीक्षा की गई, जिसमें योजनाओं के क्रियान्वयन, पारदर्शिता और वित्तीय अनुशासन को लेकर गंभीर मंथन हुआ।
जनता के पैसे के उपयोग में नहीं होगी लापरवाही – सभापति
बैठक में विधायक मनोज कुमार यादव ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि सरकार की ओर से दी जाने वाली योजनाएं जनता के पैसे से चलती हैं, और ऐसे में एक-एक रुपये का सही उपयोग सुनिश्चित करना समिति की प्राथमिकता है। उन्होंने अधिकारियों को चेतावनी भरे लहजे में कहा कि वित्तीय मामलों में कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सभी योजनाएं तय समयसीमा के भीतर पूरी हों और उनकी गुणवत्ता में किसी भी प्रकार की कोताही न हो, यह सुनिश्चित करना संबंधित अधिकारियों की जिम्मेदारी है।
उन्होंने कहा कि किसी भी योजना में देरी, भ्रष्टाचार या अनियमितता की शिकायत मिली तो संबंधित पदाधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। जनहित को सर्वोपरि मानते हुए लोक लेखा समिति प्रत्येक जिले में योजनाओं की निगरानी कर रही है, ताकि सरकार की मंशा के अनुरूप विकास धरातल पर उतरे।
प्रमुख अधिकारी बैठक में हुए शामिल |
इस समीक्षा बैठक में पलामू की उपायुक्त डॉ. समीरा एस, पुलिस अधीक्षक रेशमा रमेशन, उप विकास आयुक्त जावेद हुसैन सहित जिले के सभी विभागों के पदाधिकारी उपस्थित रहे। सभी विभागों को स्पष्ट निर्देश दिया गया कि वे अपने-अपने कार्यों में पारदर्शिता रखें और जनता को योजनाओं का समुचित लाभ दिलाएं।
एमएमसीएच में मिली अनियमितताएं, समिति ने जताई नाराजगी |
बैठक के उपरांत लोक लेखा समिति के सदस्यों ने मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एमएमसीएच) का औचक निरीक्षण भी किया। निरीक्षण के दौरान अस्पताल की स्थिति देखकर समिति के सदस्य स्तब्ध रह गए। अस्पताल में व्याप्त अनियमितताओं को लेकर गहरी नाराजगी जताई गई।
समिति के सभापति मनोज कुमार यादव ने निरीक्षण के बाद मीडिया से बातचीत में कहा कि अस्पताल की स्थिति बेहद चिंताजनक है। मरीजों को न तो समय पर इलाज मिल रहा है, न ही आवश्यक दवाएं उपलब्ध हैं। अस्पताल में संसाधनों की भारी कमी है और बुनियादी सुविधाएं पूरी तरह चरमराई हुई हैं । उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की स्वास्थ्य सेवाओं की सच्चाई एमएमसीएच जैसे संस्थान की बदहाली से उजागर हो रही है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि आम जनता को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधा देने में सरकार विफल साबित हो रही है। मरीज बेहाल हैं और व्यवस्था लाचार।
अधिकारियों को दिए गए त्वरित सुधार के निर्देश |
मनोज कुमार यादव ने कहा कि समिति ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया है कि अस्पताल की व्यवस्था में तुरंत सुधार लाया जाए। आवश्यक दवाओं की आपूर्ति, चिकित्सकों की उपलब्धता, सफाई, बिजली-पानी जैसी आधारभूत आवश्यकताओं को तत्काल प्रभाव से सुलझाया जाए। यदि शीघ्र सुधार नहीं हुआ तो समिति सरकार को रिपोर्ट सौंपकर कठोर अनुशंसा करेगी।
जनता की सेवा में कोई कोताही नहीं चलेगी |
समिति ने स्पष्ट किया कि जनहित से जुड़े मामलों में किसी भी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। आम जनता को योजनाओं का लाभ देना और सरकारी संस्थानों को जिम्मेदार बनाना समिति की सर्वोच्च प्राथमिकता है। अस्पतालों और अन्य सार्वजनिक सेवाओं की व्यवस्था में पारदर्शिता व कार्यकुशलता आवश्यक है।
झारखंड विधानसभा की लोक लेखा समिति की यह बैठक और निरीक्षण न केवल योजनाओं की समीक्षा तक सीमित रही, बल्कि अधिकारियों को स्पष्ट संदेश भी दे गई कि अब लापरवाही या भ्रष्टाचार किसी भी कीमत पर स्वीकार्य नहीं है। समिति की सख्ती से साफ है कि आने वाले दिनों में योजनाओं की निगरानी और भी तेज होगी और जनहित में फैसले लिए जाएंगे।
The Palamu Guru डिजिटल डेस्क)
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