राष्ट्रीय नाट्य मंच पर,पलामू के मासूम ने जीते 7 पुरस्कार — शिमला की फिजाओं में गूंजा “जय पलामू, जोहार झारखंड | The Palamu Guru
शिमला की रंगभूमि पर झलका 'पलामू का परचम', झारखंड की जयजयकार के साथ 'मासूम' ने रच दिया इतिहास !
मेदिनीनगर/शिमला । हिमाचल प्रदेश की वादियों में इस बार सिर्फ बर्फ नहीं, पलामू के हुनर का जादू भी जमकर बरसा। शिमला में आयोजित अखिल भारतीय नाट्य प्रतियोगिता में पलामू के ‘मासूम आर्ट ग्रुप’ ने धमाकेदार प्रदर्शन करते हुए प्रथम स्थान समेत कुल 7 राष्ट्रीय पुरस्कार अपने नाम कर लिए। इस उपलब्धि के साथ झारखंड के सांस्कृतिक परचम को पूरे देश के मंच पर गर्व से लहराया गया।
प्रतियोगिता का आयोजन ऑल इंडिया आर्टिस्ट एसोसिएशन द्वारा किया गया था। शिमला के ऐतिहासिक गेटी थिएटर में आयोजित नाट्य मंचन और कालीबाड़ी हॉल में पुरस्कार वितरण समारोह के दौरान जब-जब पलामू के कलाकारों के नाम पुकारे गए, पूरा हाल गूंज उठा — “जय पलामू ! जोहार झारखंड!”
प्रमुख उपलब्धियां :
👉 बेस्ट प्ले (प्रथम पुरस्कार) – "संध्या तारा" (लेखक: मनोज मित्रा, निर्देशक: सैकत चटर्जी)
👉 बेस्ट डायरेक्टर (प्रथम पुरस्कार) – सैकत चटर्जी
👉 बेस्ट एक्टर (प्रथम पुरस्कार) – सैकत चटर्जी (ताराशंकर की भूमिका में)
👉 बेस्ट एक्ट्रेस (प्रथम पुरस्कार) – मुनमुन चक्रवर्ती (संध्यालता की भूमिका में)
👉 बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर (प्रथम पुरस्कार) – कामरूप सिन्हा
👉 बेस्ट नेगेटिव एक्ट्रेस (प्रथम पुरस्कार) – कनक लता तिर्की
👉 बेस्ट लाइटिंग (प्रथम पुरस्कार) – विनय चौहान
निर्देशक सैकत चटर्जी के सधे निर्देशन और कलाकारों की जानदार प्रस्तुति ने निर्णायक मंडली का दिल जीत लिया। देशभर के 27 दलों को पछाड़ते हुए झारखंड की मासूम टीम ने खुद को सर्वश्रेष्ठ साबित किया।
सम्मानित अतिथि व निर्णायक मंडल में शामिल थे :
एनएसडी के वरिष्ठ रंगकर्मी व टीवी-फिल्म अभिनेता रोहिताश्व गौड़, निर्देशक अरविंद गौर, श्रीश डोवाल समेत देश के तमाम रंगमंच हस्तियां।
टीम में शामिल अन्य कलाकार थे :
अमर कुमार भांजा, अविनाश तिवारी, संध्या शेखर, शहजादा तालिब, गुलशन मिश्रा, रुद्र प्रताप सिंह बाबू, आसना भेंगरा आदि।
पलामू से देश तक की गूंज :
शिमला में पूर्व में पलामू में पदस्थ रहे वरिष्ठ IAS अधिकारी व वर्तमान आयुक्त संदीप कदम, चंडीगढ़ में कार्यरत लेफ्टिनेंट कर्नल चंद्रशेखर गिरी, पूर्व मेयर अरुणा शंकर, सेक्रेड हार्ट की प्राचार्या सिस्टर बेनिफ्रेड, संत मरियम स्कूल के अविनाश देव, ग्रीन वैली स्कूल के पंडित प्रदीप नारायण समेत कई शख्सियतों ने मासूम की टीम को बधाई दी है।
पलामू के इस स्वर्णिम प्रदर्शन ने यह साबित कर दिया कि प्रतिभा किसी मंच की मोहताज नहीं होती, बस उसे सही दिशा और अवसर चाहिए। 'मासूम' की यह ऐतिहासिक जीत झारखंड की कला संस्कृति को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने वाला कदम है।
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